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मैं इस शहर में क्यों आय था / नासिर काज़मी
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मैं इस शहर में क्यों आया था
मेरा कौन यहां रहता था
गूंगे टीलो, कुछ तो बोलो
कौन इस नगरी का राजा था
किन लोगों के हैं ये ढांचे
किन माँओं ने इनको जना था
किस देवी की है ये मूरत
कौन यहां पूजा करता था
किस दुनिया की कविता है ये
किन हाथों ने इसे लिखा था
किस गोरी के हैं ये कंगन
ये कंठा किसने पहना था
किन वक़्तों के हैं ये खिलौने
कौन यहां खेला करता था
बोल मिरी मिट्टी की चिड़िया
तूने मुझको याद किया था।