मैं जाता क्या / विष्णु नागर

मैं जाता क्या
पर मुझे बुलाया है
खाते-खाते उठवाया है

मैं जाता क्या
माया होती तो जाता
पर मुझे बुलाया है
जाते-जाते कहलवाया है

मैं जाता क्या
जाकर करता क्या
पर मुझे बुलाया है
ग़रीबी में आटा गीला करवाया है

मैं जाता क्या
मेरे जाने से होता क्या
पर मुझे बुलाया है
रास्ता तक बताया है

मैं जाता क्या
जाता तो खाता क्या
पर मुझे बुलाया है
सत्तू खिलाने का
भरोसा दिलाया है

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