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मैं पढ़ने जाऊँगी स्कूल / नीरजा हेमेन्द्र
Kavita Kosh से
माँ! मैं भी पढ़ने जाऊँगी स्कूल
बगिया के सुन्दर पुष्पों में, मैं भी हूँ इक फूल
माँ! पढ़ने जाऊँगी स्कूल
पढूँगी ज्ञान की बातें, सीखूँगी विज्ञान की बातें
कुछ भी ना मैं जाऊँगी भूल
माँ! पढ़ने जाऊँगी स्कूल
प्रेम करूँगी देश से, सेवा-धर्म संदेश से
पथ में पुष्प हों या शूल
माँ! पढ़ने जाऊँगी स्कूल
देश मेरा एक सुन्दर उपवन
जिसमें बहती है मलय पवन
खिले हैं भाँति-भाति के फूल
माँ! पढ़ने जाऊँगी स्कूल