मैं प्यार करता हूँ आपको
क्या करूँ मैं ...
दोषी हूँ
तीस बरस की उम्र है मेरी
दिल जवान है,
मूरख है
आपके हर नखरे का
परितोषी हूँ ।
मूल रूसी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय
और लीजिए, अब यही कविता मूल रूसी भाषा में पढ़िए
Аполло́н Григо́рьев
Я вас люблю… Что делать — виноват!..
Я вас люблю…
Что делать —
виноват!
Я в тридцать лет
так глупо
сердцем молод,
Что каждый ваш...