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मैना-मिट्ठू / गिरीश पंकज

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मैना ने आवाज लगाई,
बोलो-बोलो मिट्ठू भाई,
चोंच नुकीनी कैसे आई ।

मिट्ठू बोला सोचकर,
ध्यान धरो मत चोंच पर ।
बस, खाने में है आराम,
चना, मिर्च हो या फिर आम ।।