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मोक्ष / पंकज चतुर्वेदी
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					काशी   में   मरकर 
मिलता  होगा   मोक्ष 
पर   उज्जयिनी   में   जीते-जी 
उज्जयिनी   की   माँग   में  
सिन्दूर   भरता  है 
महाकाल
 
	
	

