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मोर्चा / नील कमल
Kavita Kosh से
सुन कर अच्छा लगता है
कि दिल का मोर्चा बाईं ओर होता है
लहू का रंग लाल होता है
लेकिन नारों की गर्मी से
नहीं गलने वाली है दाल
देखना होगा
दिल के पेंच किस ओर खुलते हैं
किसके लहू में कितना नमक है
लहू में क़ैद रहता है जो लोहा
हमको तुम्हारे क़रीब
खींचता है कि नहीं
लोहे की जगह आयोडिन
लहू में स्थापन्न है कि नहीं
लोहा लोहे को काटता भी है कि नहीं ।