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मौसेरे भाई / भरत ओला
Kavita Kosh से
हर रोज
गधा रेहड़ी जोड़ते वक्त
फजलू
मंदिर से आरती
और मस्जिद से अजान सुनता है
उसने सुना है
हिन्दू नहीं देते
अल्लाह को बांग
और मुसलमान
नहीं जपते राम
सीधी सी बात है
मगर फजलू की समझ से बाहर है
क्योंकि
दिहाड़ी चुकाते वक्त दोनो के हाथ एकसार हैं