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यहाँ / गगन गिल
Kavita Kosh से
यहाँ घाव है
उसके
न-होने का
यहाँ चिपक जाता है
फ़ाहा
रोने का
यहाँ उघड़ आते हैं रेशे
सफ़ेद-लाल
खुली सड़क पर
- यहाँ फिरती है वह
- बचाती अपना घाव
- दस दिशाओं से