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यह प्रगति पथ पर बढ़ेगा देखना / रंजना वर्मा
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यह प्रगति पथ पर बढ़ेगा देखना
देश फिर बेहतर बनेगा देखना
हैं अभी कमियाँ बहुत माना मगर
साथ सब को ले चलेगा देखना
संग पानी का मिला कीचड़ हुआ
फूल इस में ही खिलेगा देखना
जो बढ़ा उत्साह से आशा लिये
लक्ष्य उस को ही मिलेगा देखना
यत्न हो, पूरी लगन, दृढ़ कामना
ब्रह्म का आसन हिलेगा देखना
है अँधेरा हो रहा गहरा तमस
आस का दीपक जलेगा देखना
छिल गये हैं पाँव काँटों से मगर
जख़्म पर मरहम लगेगा देखना