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यह हमारी एकता ही देश की पहचान है / डी .एम. मिश्र
Kavita Kosh से
यह हमारी एकता ही देश की पहचान है
आपसी सौहार्द ही सचमुच हमारी शान है
सच कहें जिस आदमी के पास में ईमान है
मानिये , वह आदमी सबसे अधिक धनवान है
मज़हबी चश्मे पहनकर यूं न हमको घूरिए
दोस्तो हिंदी हैं हम , इस बात पर अभिमान है
मंदिरों औ मस्जिदों के क्यों विवादों में पड़ें
इश्क़ वालों के लिए तो इश्क़ ही भगवान है
यह हक़ीक़त है , इसे महसूस करके देखिए
जोड़ना सबसे कठिन है , तोड़ना आसान है
हो अगर नफ़रत कहीं तो दूर होनी चाहिए
दिल में बस मेरे यही छोटा -सा इक अरमान है
आंख में पानी हो जिसकी, होंठ पर मीठी जुबां
दिल में हो जिसके दया सच्चा वही इन्सान है