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या तो वापस पलट के आओ तुम / सोनरूपा विशाल
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या तो वापस पलट के आओ तुम
या कोई रास्ता बताओ तुम
रंग सारे चटख चटख भरना
मेरी तस्वीर जब बनाओ तुम
सर्द होने लगे न तन्हाई
मेरी यादों को ओढ़ जाओ तुम
तुमको पाकर ही चैन पाऊँ मैं
इतनी शिद्दत से याद आओ तुम
ये भी मुमकिन है दर्द छुप जाए
और कुछ देर मुस्कुराओ तुम