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युद्ध-विराम / सुरेन्द्र डी सोनी
Kavita Kosh से
तुम्हारे हाथ में
कब था गोली न चलाना...
युद्ध-विराम तो मेरी तरफ़ से है –
प्यार
ऐसे ही निभाया जाता है...!