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युवा नाविक / बालकृष्ण काबरा 'एतेश' / लैंग्स्टन ह्यूज़
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उसके पास है
उसकी अपनी शक्ति
और उसकी अपनी खिलखिलाहट,
उसका अपना आज
और उसका अपना कल —
वह शक्तिशाली युवा नाविक
विशाल समुद्रों का
किसलिए है पैसा?
कहता वह —
खर्च करने को।
और मदिरा ?
पीने को।
और स्त्रियाँ?
प्रेम करने को।
और आज?
मौज करने को।
और हरित समुद्र
शक्ति के लिए,
और भूरी धरती
खिलखिलाहट के लिए.
और कल कुछ भी नहीं।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : बालकृष्ण काबरा ’एतेश’