ये छोटा-सा दिल है जिसमें
हैं सुख-दुख की सारी क़िस्में
एक ज़माना है हर चेहरा,
क्या-क्या ढूँढोगे किस-किसमें ?
हम तो धरती पर रहते हैं,
गिरने का डर कम है इसमें
अँधियारे में है वो लेकिन,
सूरज है उसकी माचिस में
मेरा नाम लिखा है देखो—
पागल ने अपने वारिस में