Last modified on 7 मार्च 2013, at 13:38

ये मेरा रोना कि तेरी हँसी / वली दक्कनी

ये मेरा रोना कि तेरी हँसी
आप बस नईं परबसी परबसी

है कुल आलम में करम मेरे उपर
जुज़ रसी है जुज़ रसी है जुज़ रसी

रात दिन जग में रफ़ीक-ए-बेकसाँ
बेकसी है बेकसी है बेकसी

सुस्‍त होना इश्‍क़ में तेरे सनम!
नाकसी है नाकसी है नाकसी

बाइस-ए-रुस्वाई-ए-आलम 'वली'
मुफ़लिसी है मुफ़लिसी है मुफ़लिसी