यैसो तन जात भजन बिन बीतौ।
काम केृल तन सेल समारत चेत तिनहिं सिर काल न भीतौ।
हठ कर कष्ठ दृष्ट नहिं फूटत संग्रह सुख-दुख कर सब हीतौ।
नहिं जानत कब काल अचानक अंतकाल उठ चालत रीतौ।
जूड़ीराम शबद बिन चीन्हें फिर-फिर अगन गवन कर नीतौ।
यैसो तन जात भजन बिन बीतौ।
काम केृल तन सेल समारत चेत तिनहिं सिर काल न भीतौ।
हठ कर कष्ठ दृष्ट नहिं फूटत संग्रह सुख-दुख कर सब हीतौ।
नहिं जानत कब काल अचानक अंतकाल उठ चालत रीतौ।
जूड़ीराम शबद बिन चीन्हें फिर-फिर अगन गवन कर नीतौ।