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रंगल नगरिया / मुनेश्वर ‘शमन’
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रंगल नगरिया वन के बउरइलय मउसम।
बहकल चाल पवन के बउरइलय मउसम।
टहनी-फुनगी पर सतरंगा फूल खिलल।
मांग सजल दुलहन के बउरइलय मउसम।
नया-पुराना अनुबंधन के राह खुलल।
अँखियन से अँखियन के बउरइलय मउसम।
टूट गेलय बर्जना बसंती जादू से।
ऐसन आँच लगन के बउरइलय मउसम।।
नेह के रंगोली से घर-अँगना दमकय।
प्यास बढ़ल मन-मन के बउरइलय मउसम।