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रबड़ी / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
भोला भाई की यह रबड़ी,
खाकर हो जा बिट्टू, तगड़ी।
घंटा वाले भोला भाई,
सबसे बढ़िया हैं हलवाई।
इनकी रबड़ी, दूध-मलाई,
खाते ताऊ, खाती ताई।
कहते भाई, गजब मिठाई,
ऐसी हमने कभी न खाई!