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रह जाता / राकेश रोहित
Kavita Kosh से
धरती की तरह
सह जाता
नदी की तरह
बह जाता
चिड़िया की तरह
कह जाता
तो दुख की तरह
रह जाता
मैं भी
मन में और जीवन में!