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राजा दशरथ फूले न समाय / बुन्देली

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

राजा दशरथ फूले न समाय,
लगुन आई मोरे अंगना।
आजुल फूले, आजी फूलीं, फूला सब परिवार।
बन्ना मेरा ऐसा फूला, जैसे फूले गुलाब।
लगुन आई मोरे अंगना।
माया फूली बाबुल फूले, फूला सब परिवार।
बन्ना मेरा ऐसा फूला, जैसे फूले गुलाब।
लगुन आई मोरे अंगना।
मामा फूले मामी फूली, फूला सब परिवार।
बन्ना मेरा ऐसा फूला, जैसे फूले गुलाब।
लगुन आई मोरे अंगना
जीजा फूले जीजी फूली, फूला सब परिवार।
बन्ना मेरा ऐसा फूला, जैसे फूले गुलाब।
लगुन आई मोरे अंगना।