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राजा बादाम का शर्बत पी रहा है / हेमन्त शेष
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राजा बादाम का शर्बत पी रहा है
हवा में आपाधापी है
भूख के जितने भी
क्षण हैं
ईश्वर के कटोरे में
बचे हुए राजा की ख़ुशी जैसे
अपनी अकाल-मृत्यु
तक टहल सकते हैं--
बादाम के गिलास तक।