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राजी हुए ऊं के दादा दादी खुसी हुई महतारी जी / हरियाणवी

राजी हुए ऊं के दादा दादी खुसी हुई महतारी जी
आज म्हारे बनड़े पर चंवर ढलैगा छत्र तनैगा बड़ा भारी जी
राजी हुए ऊं के ताऊ ताई खुसी हुई महतारी जी
आज म्हारे बनड़े पर चंवर ढलैगा छत्र तनैगा बड़ा भारी जी
राजी हुए ऊं के चाचा चाची खुसी हुई महतारी जी
आज म्हारे बनड़े पर चंवर ढलैगा छत्र बनैगा बड़ा भारी जी