राज्यस्तरीय कवि सम्मलेन, अंगिका कविता कोश, मुंगेर, बिहार
दिनांक 17 जून 2017 को ग्राम पंचायत खड़िया, मुंगेर में अंगिका कविता कोश, अखिल भारतीय अंगिका साहित्य कला मंच एवं अजगैवीनाथ साहित्य मंच के तत्वावधान में लोकार्पण व काव्योत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. बी.एन. सत्यम ने की तथा मंच आयोजन का उद्घाटन मुंगेर के विधायक श्री विजय कुमार विजय एवं सुलतानगंज के विधायक श्री सुबोध राय ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता डॉ. अमरेन्द्र, विशिष्ट अतिथि श्री रंजन, ग़ज़लकार श्री अनिरूद्ध सिन्हा, संपादक श्री अनिरूद्ध प्रसाद विमल, तथा सम्मानित अतिथि नाटककार श्री पी. एन. जायसवाल और कविता कोश के संपादक राहुल शिवाय जी थे। कार्यक्रम का संचालन कौशिकी पत्रिका के संपादक श्री कैलाश झा किंकर ने किया।
कार्यक्रम का आरंभ संजय कुमार सिंह मुखिया सह अध्यक्ष आयोजन समिति के स्वगत भाषण से हुआ। तत्पश्चात अंगिका कवि सुधीर कुमार 'प्रोग्रामर' द्वारा रचित अंगिका कहानी संग्रह खरसूप का लोकार्पण भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलाधिशाषी डॉ. योगेन्द एवं मंचस्थ अतिथियों के द्वारा किया गया। इस अवसर पर कहानी संग्रह खरसूप पर विशेष परिचर्चा हुई जिसमें मुख्य रूप से श्री जगदीश प्रसाद सिंह एवं श्री भावान्द सिंह प्रशान्त ने श्री प्रोग्रामर को खड़िया ही नहीं साहित्य जगत का लगनशील और नई सोच रखने वाला रचनाकार बताया। श्री हीरा प्रसाद हरेन्द्र, ने कहा कि सुधीर जी इस गाँव के पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने हिन्दी और अंगिका की दर्जन भर पुस्तक प्रकाशित की तथा आकाशवाणी और दूरदर्शन में महत्वपूर्ण स्थान पाया। श्री अनिरूद्ध सिन्हा ने खरसूप में ग्रामीण सच्चाई को रेखांकित करने की प्रशंसा की। श्री अनिरूद्ध प्रसाद विमल और श्री रंजन ने खरसूप की कहानियों को ग्रामीण परिवेश में समाई दिल को छूने वाली कहानियाँ बताया। श्री पी. एन. जायसवाल ने कहानी में छोटे-छोटे वाक्यों का प्रयोग को सफलता का कारण बताया। इसके अलावा श्री विजय कुमार विजय, श्री सुबोध राय, मुख्य वक्ता डॉ. अमरेन्द्र एवं अध्यक्ष डॉ बी. एन. सत्यम और राहुल शिवाय ने अपने विचार रखे।
दूसरे सत्र में राज्यस्तरीय काव्योत्सव का आरंभ हुआ जिसकी अध्यक्षता अखिल भारतीय अंगिका साहित्य कला मंच के महामंत्री कविवर हीरा प्रसाद 'हरेन्द्र' ने की तथा संचालन साथी सुरेश सूर्य और सुधीर कुमार सिंह 'प्रोग्रामर' ने किया। इस अवसर पर कवि के रूप में अंगिका के लोक कवि भगवान प्रलय, हास्य सम्राट रामावतार 'राही', ग़ज़लकार अनिरूद्ध सिन्हा, विजेता मुद्गलपुरी, भावानन्द सिंह प्रशान्त, विकास सिंह गुल्टी, साथी सुरेश सूर्य, सुधीर कुमार प्रोग्रामर, शिवकुमार सुमन, शत्रुधन पासवान, राहुल शिवाय, श्रीमती सुजाता कुमारी, प्रदीप प्रभात, मनीष कुमार गुंज, दिलीप कुमार, भानु भ्रमर, अवधेश कुमार, राजकिशोर मुसाफिर, अजय रविदास ने कविता पाठ कर दर्शको मो मंत्रमुग्ध कर दिया।
अयोजन समिति द्वारा सभी साहित्यकारों को अंगवस्त्र, लेखन सामग्री और सम्मान-पत्र देकर सम्मानित किया गया। साहित्यकारों को पूर्व मुखिया स्व. भगवान सिंह स्मृति सम्मान, समाज सेवी जानकी प्रसाद सिंह स्मृति सम्मान, समाज सेवी रामचन्द्र सिंह स्मृति सम्मान, समाज सेवी गेना लाल सिंह स्मृति सम्मान, समाज सेवी बालेश्वर सिंह स्मृति सम्मान, समाज सेवी बासुदेव सिंह स्मृति सम्मान, समाज सेवी भोला प्रसाद सिंह स्मृति सम्मान, शिक्षाविद् प्रो. महाराज प्रसाद सिंह स्मृति, शिक्षाविद् कैलाश प्रसाद सिंह स्मृति सम्मान, रंगकर्मी राजपति सिंह स्मृति सम्मान, रंगकर्मी शंकर प्रसाद सिंह स्मृति सम्मान, रंगकर्मी रामदेव सिंह स्मृति सम्मान, समाज सेवी नथुनी रविदास स्मृति सम्मान, रंगकर्मी रामसुन्दर सिंह स्मृति सम्मान, समाज सेवी भोला यादव स्मृति सम्मान, अशिकलाल सिंह स्मृति सम्मान, रंगकर्मी बालमुकुन्द विद्यार्थी स्मृति सम्मान, रंगकर्मी अमन कुमार स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया।