भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

राधा चलि भेलि गंगा असननमा / मैथिली लोकगीत

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

राधा चलि भेलि गंगा असननमा
संग मुरली मोहनमा ना
राधा खोली राखल चीर
ओ उतारि देल चोलिया
ओतऽ कूदि भेली बिचे जमुनमा
संग मुरली मोहनमा ना
कृष्ण उठाय लेल चीर
चढ़ला कदमक बीच
कर जोड़ि करथिन राधा मिनती ना
संग मुरली मोहनमा ना