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रानियों का हाल / लालसिंह दिल / सत्यपाल सहगल

कुछ ने अपनी
जान गँवाई
कुछ ने गोबर कूड़े।

खुले बाल
औ' नंगे पैरों
छूटे लाल पंघूड़े*।

  • पंघूड़ा — बच्चों को सुलाने के लिए सजा हुआ आरामदायक झूला।


मूल पंजाबी से अनुवाद : सत्यपाल सहगल