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रामविलास / परिचय

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डॉ. रामविलास

एम.ए. (हिंदी), पीएच.डी.

1965 में माध्यमिक और 1973 में स्नातकोत्तर उत्तीर्णता प्राप्त करने के बाद 1974 से 1977 तक एम.एस.के.बी. कॉलेज, मुजफ्फरपुर में और फिर 1978 से सी.एम.जे.कॉलेज, दोनवारीहाट, खुटौना (मधुबनी, बिहार) में अध्यापन और वहीं से हिंदी विभागाध्यक्ष के पद से सेवा निवृत्त.

हिंदी और बज्जिका दोनों भाषाओं पर गहरी पकड़. बज्जिका के एकमात्र मुकरीकार.

दूरदर्शन से कविता और आकाशवाणी से कहानी तथा समीक्षा का नियमित प्रसारण. देश भर की पत्र-पत्रिकाओं में दो सौ से अधिक रचनाएँ प्रकाशित.

बिहार के सारण जिले के प्रह्लादपुर में ‘भारतीय पुस्तकालय’ और अमरख में ‘प्रभात कला निकेतन’ की स्थापना के सूत्रधार. प्रमुख कृतियाँ –

(1) सतभइआ (बज्जिका कहानी संग्रह)

(2) मरइआ के इजोर (बज्जिका कविता संग्रह)

(3) घरबास (बज्जिका कहानी संग्रह)

(4) चेहरे इस दौर के (हिंदी ग़ज़ल संग्रह)

(5) लीक से हटकर (हिंदी ग़ज़ल संग्रह)

(6) स्वर्ण जयन्ती (हिंदी कहानी संग्रह)

डॉ. रामविलास के साहित्य पर डॉ. रामेश्वर प्रसाद द्वारा “डॉ. रामविलास की साहित्य-साधना” नामक शोध ग्रन्थ प्रकाशित. सम्मान – 1. दीन दयाल शोध संस्थान, चित्रकूट (म.प्र.) द्वारा ‘राम गुण गौरव’ प्रबंध के लिए अंतर्राष्ट्रीय सम्मान.

2. अणुव्रत छात्र शिक्षक संसद, जयपुर (राज.) की मुजफ्फरपुर इकाई द्वारा साहित्य साधना हेतु राज्यस्तरीय सम्मान.

3. गांधी पुस्तकालय, मुजफ्फरपुर द्वारा वासुदेव प्रसाद अग्रवाल शिखर सम्मान.

4. वन्दे मातरम् विद्यावाहिनी, मुजफ्फरपुर द्वारा दिनकर सारस्वत सम्मान.

सम्प्रति निवास – स्वस्तिकं, महाराज लेन, पंखातोली, रमना, मुजफ्फरपुर (बिहार).