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राम नाम ! / कन्हैया लाल सेठिया

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सोनै रो पींजरो
मखमल री खोली
रतन बाटकां में
दाड़म‘र दाख
सिखावै सूवटै नै
बोल मिट्ठू
राधेस्याम
सामूंसाम
गळी में बैठो
भूखो सूरदास
छोड़ दिया पिराण
रट रट‘र नाम !