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रास्ते / सरोज कुमार
Kavita Kosh से
सबसे बचते, बचाते
टकराते, लाँघते
नदी
अपना रास्ता खुद
बनाती है!
कभी सीधे नहीं होते
नदी के रास्ते!
सीधे होते हैं
जिनके रास्ते
वे खुद के बनाए
नहीं होते!