रूपैया / हरिवंशराय बच्चन
(उत्तरप्रदेश के लोकधुन पर आधारित)
आज मँहगा है,सैंया,रुपैया.
रोटी न मँहगी है,
लहँगा न मँहगा,
मँहगा है,सैंया,रुपैया.
आज मँहगा है,सैंया,रुपैया.
बेटी न प्यारी है,
बेटा न प्यारा,
प्यारा है,सैंया,रुपैया.
मगर मँहगा है,सैंया,रुपैया.
नाता न साथी है,
रिश्ता न साथी
साथी है,सैंया,रुपैया.
मगर मँहगा है,सैंया,रुपैया.
गाना न मीठा,
बजाना न मीठा,
मीठा है,सैंया,रुपैया.
मगर मँहगा है,सैंया,रुपैया.
गाँधी न नेता,
जवाहर न नेता,
नेता है,सैंया,रुपैया.
मगर मँहगा है,सैंया,रुपैया.
दुनियाँ न सच्ची,
दीन न सच्चा,
सच्चा है,सैंया,रुपैया.
मगर मँहगा है,सैंया,रुपैया.
आज मँहगा है,सैंया,रुपैया.