Last modified on 15 सितम्बर 2013, at 03:03

रे मन कृष्ण नाम कहि लीजै / सूरदास

रे मन कृष्ण नाम कहि लीजै
गुरु के बचन अटल करि मानहिं, साधु समागम कीजै
पढिए गुनिए भगति भागवत, और कथा कहि लीजै
कृष्ण नाम बिनु जनम बादिही, बिरथा काहे जीजै
कृष्ण नाम रस बह्यो जात है, तृषावंत है पीजै
सूरदास हरिसरन ताकिए, जन्म सफल करी लीजै