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रोक्या कंवळै धागै बाबा / सांवर दइया

रोक्या कंवळै धागै बाबा
सुणो अठै सूं आगै बाबा

आ डाडी है कांटा आळी
कुण चालैला सागै बाबा

हवा देख बदळैला ऐ तो
म्हानै आज आ लागै बाबा

कीं चिलको सो दीस्यो एकर
घनख अंधारो आगै बाबा

ढाई आखरां रो धन जोड़
रात-रात ऐ जागै बाबा