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रोये रोये नैना बिगारे बलम कजरौटी न ल्याये / बुन्देली
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बुन्देली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
रोये रोये नैना बिगारे बलम कजरौटी न ल्याये।
ठंडौ री पानी गरम कर ल्याई सपरत में समझाये।
बलम कजरौटी न ल्याये।
ताती जलेबी दूदा लडुआ ल्याई सो जेवत में समझाये।
बलम कजरौटी...
झंझन झारी गंगा जल पानी सो पीवत में समझाये। बलम...
पाना पचासी कौ बीड़ा लगाओ चावत में समुझाये। बलम...
नौरंग पलका बिछे सोने पाये पौढ़त में समुझाये। बलम...