Last modified on 16 अक्टूबर 2011, at 20:20

रोवै ऐकली रात जद / सांवर दइया

रोवै ऐकली रात जद
औ चांद पूछै बात कद

ऊभी आ आडी जावै
ऐ फेरा लिया सात जद

प्रीत-खेल में सदा जीत
आ मात बोलो मात कद

खरूंट हेठै घाव हर्‌यो
मन भूलै हुई घात कद

थरी म्हारी कही एक
निभसी आपणी बात जद