लकड़ियाँ
जब बदल जाएंगी कुर्सियों में
तब हमें लगेगा
अंतत: एक विश्व बदला
लोग उन्हें इस्तेमाल करें
और भूल जाए वनों को
यही दुनियादारी का कायदा है और कवियों और
कुर्सियों की विवशता भी
लकड़ियाँ
जब बदल जाएंगी कुर्सियों में
तब हमें लगेगा
अंतत: एक विश्व बदला
लोग उन्हें इस्तेमाल करें
और भूल जाए वनों को
यही दुनियादारी का कायदा है और कवियों और
कुर्सियों की विवशता भी