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लगाव / सांवर दइया
Kavita Kosh से
म्हनै देख’र मुळकै तूं
थनै देख’र म्हैं
तो ई लखावै कोनी मिठास
आ तो बता
ओ है कैड़ो लगाव
कै ऊपर सूं तो दीखै
स्सौ कीं ठीक
पण मांय चढियोड़ो रैवै
ताव !