भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

लड़की / मुक्ता

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

पिता के पिता ने कहा था बंद रखो दरवाजों को
पिता ने कहा बंद रखो दरवाजों को
लड़की नें चौकस बंद रखे दरवाजे।

सुलगती आग में रोटी सेंकती लड़की ने
खुली खिड़की से
लगा दी छलांग
अन्तरिक्ष की ओर।