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लाश / जय गोस्वामी
Kavita Kosh से
मिट्टी खोद निकाली गई लाश ।
किसका भाई ? किसका पति ? किसका ?
मुँह तोपे सभी रुमाल से
उदास पेड़ के पत्ते ठंडी हवा लग हिलें
वह जो पत्नी है लाश की
ढकने को रोना या कि बदबू
ढकती है मुँह आँचल से
मिट्टी खुदी रिक्त खाई है मुँह बाए
वह क़ब्र खोदी है सरकार ने
अब ख़ुद ही घुस लेट जाने के लिए
बांग्ला से अनुवाद : संजय भारती