राम से उपेक्षित
सीता के वियोग को
स्वर दिया वाल्मीकि ने
और रामायण बन गई
लेकिन तुम्हारे साथ रहकर भी
मैं जिस वनवास का वियोग
सह रही हूँ
उसको तो स्वर मुझे ही देना है
मुझे ही लिखना है
अपने लिए एक रामायण;
मेरे राम ।
राम से उपेक्षित
सीता के वियोग को
स्वर दिया वाल्मीकि ने
और रामायण बन गई
लेकिन तुम्हारे साथ रहकर भी
मैं जिस वनवास का वियोग
सह रही हूँ
उसको तो स्वर मुझे ही देना है
मुझे ही लिखना है
अपने लिए एक रामायण;
मेरे राम ।