Last modified on 25 सितम्बर 2016, at 23:45

लिखना / मणि मोहन मेहता / अल-सादिक अल-रादी

उसने ख़ुद को
क़ैद कर लिया है
एक ख़ाली पृष्ठ में।

वो इसमें
एक घर बनाता है
एक स्त्री के लिए
जो खोलती है यहाँ
उसकी भीतरी दुनिया

वो दमकता है
इस दुनिया में
वो तड़पता है
इस दुनिया के लिए
और इसमें रहता है

बावज़ूद इसके
कि यह उसकी दुनिया नहीं।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : मणि मोहन मेहता