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लिख तो दूं बर्फ पर तुम्हारा नाम / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
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लिख तो दूं बर्फ पर तुम्हारा नाम
लेकिन इक डर है मेरे दिल में मकीं
बर्फ की अनगिनत तहों के तले
दब न जाये तुम्हारा नाम कहीं।