मैं जबसे तुमसे मिली हूँ
अपनी जेब में एक लिपस्टिक रखने लगी हूँ
कितनी बेवकूफ़ी से भरा काम है
लिपस्टिक साथ लेकर चलना ।
जब तुम मेरी तरफ संजीदगी से देखते हो
जैसे कि तुम मेरी आँखों में कोई गोथिक चर्च देख रहे होते हो ।
लेकिन मैं कोई पूजा की जगह नहीं हूँ
बल्कि मैं तो कोई जंगल हूँ या घास का मैदान ।
मैं तुम्हारे हाथों में दबी पत्तियों की सरसराहट हूँ ।
हमारे पीछे एक छुटकी नदी लड़खड़ाती हुई बहती है
यह समय की नदी हो जैसे
और तुम इसे अपनी अंगुलियों के रास्ते बहने देते हो
इसके बहाव में कभी नहीं डालते हो जाल ।
और जब मैं तुम्हें अपने अधबने होठों से कहती हूँ अलविदा
तो वे रह जाते हैं अनछुए
लेकिन जब से मैंने जाना है
कि बहुत ख़ूबसूरत है तुम्हारा मुखारविन्द
तब से मैं जेब में लिपस्टिक साथ लिए चलती हूँ ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सिद्धेश्वर सिंह