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लीकलकोळिया.. / कन्हैया लाल सेठिया
Kavita Kosh से
बिन्यां सीख्यां ही
आ ज्यावै मतेई करणा
लीकलकोळिया,
अै
वरणमाळा री बेल री
जड़ां,
कवै निरथक आंनै बै
जका समझै
सिस्टी नै
बिना मूळ री
अमरबेरल !