बढ़ियां से राखॉे सब बसता
मन कॅ राखो हरदम हँसता
लूर जरूरी आरो ससता
बायां तरफें चलिहोॅ रसता।
रूक्खों-सुक्खों सब खैने जा
बढ़िया सॅे सब बतियैने जा
मिली-जुली रहला से बाबू
भारी काम लगै छै ससता,
बढ़ियां से राखॉे सब बसता।
बढ़ियां से राखॉे सब बसता
मन कॅ राखो हरदम हँसता
लूर जरूरी आरो ससता
बायां तरफें चलिहोॅ रसता।
रूक्खों-सुक्खों सब खैने जा
बढ़िया सॅे सब बतियैने जा
मिली-जुली रहला से बाबू
भारी काम लगै छै ससता,
बढ़ियां से राखॉे सब बसता।