भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

लोगों की नज़र में / आरसी चौहान

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

लोगों की नज़र में
तुमने मुझे पेड़ कहा
पेड़ बना
टहनी कहा
टहनी बना
पत्तियाँ कहा
पत्तियाँ बना
फूल कहा
फूल बना

तुमने कहा
काँटा बनने के लिए
काँटा भी बना
जबसे लोगों की नज़र में
बना हूँ काँटा
नहीं बन पा रहा हूँ अब
लोगों की नज़र में
फूल पत्ती टहनी और पेड़।