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लोरी / गरिमा सक्सेना
Kavita Kosh से
सो जा बिटुआ प्यारी
सो जा राजदुलारी
सोये गोलू, रामू, शीलू,
सोये मुन्नू मुनिया
सोया सूरज, सोये पर्वत
सोयी सारी दुनिया
कलियाँ सोयीं, तितली सोयीं
सोयीं चिड़ियाँ सारी
सो जा राजदुलारी
चल सपनों में हम घूमेंगे
गायेंगे झूमेंगे
हँसते-हँसते मस्ती करते
झूले भी झूलेंगे
थपकी देकर तुझे सुलाऊँ
आ री निंदिया आ री
सो जा राजदुलारी