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लोरी / राजकुमार
Kavita Kosh से
सूतैं रे नूनू सुतौलिनयाँ देबौ
भरी-भरी खाँची खमौनियाँ देबौ
आनी के नानी रोॅ खिस्सा-कहानी सें
छानी के घोघ्घो रनियाँ देबौ
सुतैंरे नून्नू...
सुत नूनू सुत ललमुनियाँ देबौ
आनी के सुग्गा सगुनियाँ देबौ
मेला घुमाय नूनू घोड़ा चढ़ैबौ
कीनी के हाथी मकुनियाँ देबौ
सुतैं रे नुन्नू...
सुत बाबू सुत गंगमैना देबौ
कुतबा भगाबै ली पैना देबौ
पैना घुमाय नूनू कौआ हँकइहें
संगोॅ में कौआ-हँकनियाँ देबौ
सुतैं रे नूनू...
जगतौ जों भोर नूनू तहूँ जगी जैहें
चिरईं के संग तहूँ डैना डोलैहें
उचरी के कुचरी के सबके जगैहें
फुदकैली धरती-गगनियाँ देबौ
सुतैं रे नूनू...