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लो कितना शानदार है / प्रमोद कौंसवाल

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लो कितना शानदार है
आओ देशवासियों टूरिज़्म खड़ा है
देखो पहली से आख़िर तक की अंतिम टर्बाइन
बिजली उत्पादन शुरू हो गया है
चल पड़ा अब चारों टर्बाइनों का चक्का
पानी की न सोचो
कुछ दशक बाद तो उसे खुद ही ख़त्म हो जाना है
फ़िलहाल एक हज़ार मेगावाट बिजली है
जिसके लिए पानी इतना ऊपर कि
सौ खड़े मानव शरीरों के बाद भी नज़र न आए कोई
क्या आप मरने से डरते तो नहीं