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लौटे घर को गंगाराम / प्रभुदयाल श्रीवास्तव
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एक साथ करके कई काम,
लौटे घर को गंगाराम|
बैंक गये रुपया निकलाया,
राशन कार्ड जमा करवाया|
बीमा के आफिस में जाकर,
किश्तों का पैसा भरवाया|
करके कई, कई काम तमाम,
लौटे घर को गंगाराम|
जब भी घर से वे जाते हैं,
कई काम करके आते हैं|
राशन हल्दी धनिया मिर्ची,
सब्जी भी लेकर आते हैं|
समय नहीं करते बेकाम,
लौटे घर को गंगाराम|
वे कहते कितनी मँहगाई,
मंहगी है पेट्रोल भराई|
एक बार में सब निपटाकर,
करते ईंधन की भरपाई|
बचते इसी तरह कुछ दाम,
लौटे घर को गंगाराम|
बच्चों को शाला ले जाते,
हुई छुट्टी तो लेने जाते
खेल खेल में शाम ढले तक,
उनका सारा सबक कराते|
बीत रही जीवन की शाम|
घर को लौटे गंगाराम|