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वन्दना / बिहुला कथा / अंगिका लोकगाथा

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होरे पूरब बन्दी हे बन्दी उगन्त सुरुज हे।
होरे हुनके चरण हे बन्दों सिरमें चढ़ाय हे।
होरे दखिन बन्दो हे बन्दों बाबा बैद्यनाथ हे।
होरे हुनके चरण हे बन्दों सिरमें चढ़ाय हे।
होरे पश्चिम बन्दों हे बन्दीं देव करताल हे।
होरे हुनके चरण हे बन्दों सिरमें चढ़ाय हे।
होरे उत्तर बन्दीनी हे बन्दों गंगा हनुमान हे।
होरे उनके चरण हे बन्दों सिरमें चढ़ाय हे।
होरे आकाश बन्दनी हे बन्दों आकाश कामनी हे।
होरे उनके चरण हे बन्दों बासुकी जे नाग हे।
होरे पाताल बन्दनी हे बन्दों बासुकी जे नाग हे।
होरे उनके चरण हे बन्दों सिर में चढ़ाय हे।
होरे तवजे बंदना हे बन्दों धरती जे धरम धाम हे।
होरे उनके चरण हे बंदों सिरमें चढ़ाय हे।
होरे तबजे बन्दनी हे बन्दों पांच बहिन बिषहरी हे।
होरे तब जो बंदनी हे बन्दों नाग मनिआर हे।
होरे उनके चरण हे बन्दों सिरमें चढ़ाय हे।
होरे तबजे बंदनी हे बन्दों तैतीस कोट देवल हे।
होरे उनके चरण हे बन्दों सिरमें चढ़ाय हे।
होरे गीत के ऊपर हे माता होइवे सहाय हे।
होरे भूलल चूकल हे माता माफी त करबे आयहे।